પ્રવાસ
Prakash  

Infinite Love

मुश्किल से मैं सम्भला था हाँ, टूट गया हु फिर एक दफा |
बात बिगड़ी है इस कदर, दिल है टुटा और टूटे है हम |
तेरे बिन अब ना लेंगे एक भी दम, तुजे कितना चाहे और हम |

 

The way we love,
The way we live,
The way we thought,
The way we do,
The way we share,
The way we meet,
is loosely coupled.

However,
The way we attached,
The way we understand.
The way we feel,
The way we breathe,
The way we dream,
The way we try to accomplish,
is tightly coupled.

वक़्त ने है किया हमपे कैसा सितम,
तुम भी बेजार हो, बर्बाद है हम|
जाने किस रास्ते मुझको ले जाएंगे,
बेदिशा ये मेरे डगमगाते कदम|
तुजे कितना चाहे और हम,
तेरे साथ हो जायेंगे ख़तम |